साेजत के पश्चिमी क्षेत्र में पेयजल संकट कई गांवों में 7 माह से नहीं आया पानी

साेजत के पश्चिमी क्षेत्र में पेयजल संकट कई गांवों में 7 माह से नहीं आया पानी

जवाई बांध से सोजत होते हुए चाैपड़ा जाने वाली पाइपलाइन में कई अवैध कनेक्शन है।

ग्रामीणों ने बताया कि इस कारण से उच्च जलाशय में भी पानी नहीं पहुंच पा रहा है।  सोजत के राजस्व गांव रूपावास व बिरावास दोनों उच्च जलाशय जवाई बांध से जुड़े हुए हैं।

इन दोनों राजस्व गांव की 20 टंकियों में पिछले 7 माह से पानी की सप्लाई नहीं हुई है। इस संबंध में कई बार जलदाय विभाग के अधिकारियों, हिमालय परियोजना के अधिकारियों तथा क्षेत्रीय विधायक शोभा चौहान को ज्ञापन व मौखिक रूप से अवगत कराकर पानी की समस्या का समाधान करने की मांग की गई, लेकिन 7 महीनों में एक भी अवैध जल कनेक्शन नहीं हटाया गया। ग्रामीण कुलदीपसिंह, कृपालसिंह, जगदीशसिंह, विक्रमसिंह व शोभित राजपुरोहित ने चेतावनी दी कि अगर प्रशासन ने समस्या की अाेर ध्यान नहीं दिया ताे एसडीएम कार्यालय का घेराव किया जाएगा। क्षेत्र की जीएलआर सोजत, जीएलआर चाैपड़ा, जीएलआर राजाेला, जीएलआर धनगढ़वास, जीएलआर चाडवास, सार्वजनिक टांका

देवासियों की ढाणी, सार्वजनिक टांका बिरहावास अादि खाली पड़े हैं।

सोजत | रूपावास में एक मात्र कुएं पर पानी भरने के लिए अपनी बारी का इंतजार करती बालिकाएं|।

नलकूप से निकला फ्लोराइडयुक्त पानी 


विधायक शोभा चौहान ने राजस्व गांव रूपावास मुख्यालय पर पानी की समस्या को देखते हुए एक सरकारी नलकूप खुदाया था। उस नलकूप में बहुत ही अधिक मात्रा में फ्लोराइड युक्त पानी आने से जवाई बांध मुख्यालय पर लगा बूस्टर कुछ ही महीनों बाद पूरा बिखर गया। जिससे आगे की टंकियों में खारे पानी की सप्लाई नहीं हो पा रही है। वही पानी में अधिक मात्रा में फ्लोराइड होने से ग्रामीण अनेक बीमारियों की चपेट में भी आ रहे हैं।

ढाणियों में 2 हजार लेते हैं टैंकर वाले

पानी से अभावग्रस्त ढाणियों में टैंकर से पानी मंगवाने पर टैंकर चालक सोजत से पानी लेकर आते हैं। यहां से 2 हजार से ढाई हजार रुपए एक टैंकर का लेते हैं। इस कारण से ग्रामीणों काे परेशानी का सामना करना पड़ता है।

अवैध कनेक्शन की जानकारी नहीं

post a comment