सोजत तहसीलदार सत्यनारायण वर्मा को उनके कार्यालय में दस हजार रुपए की रिश्वत लेते गिरफ्तार .

सोजत तहसीलदार सत्यनारायण वर्मा को उनके कार्यालय में दस हजार रुपए की रिश्वत लेते गिरफ्तार .

सोजत तहसीलदार को उनके कार्यालय में दस हजार रुपए की रिश्वत लेते किया गिरफ्तार ..

सोजत | एसीबी भीलवाड़ा की टीम ने मंगलवार को सोजत तहसीलदार सत्यनारायण वर्मा को उनके कार्यालय में दस हजार रुपए की रिश्वत लेते किया गिरफ्तार । साथ ही इसी मामले में उनके चालक दुर्गाराम पालीवाल को भी परिवादी से बातचीत के जरिए सौदा तय कराने के आरोप में सहयोगी आरोपी बनाते हुए गिरफ्तार किया कार्रवाई के बाद तहसीलदार व चालक को लेकर एसीबी की टीम मंगलवार शाम भीलवाड़ा चली गई।

दोनों आरोपियों को बुधवार को न्यायालय में पेश किया जाएगा विवादित जमीन का म्यूटेशन नहीं खोलने की एवज में मांगी थी रिश्वत। एसीबी भीलवाड़ा के सीआई हनुमानसिंह चौधरी ने बताया कि बगड़ी नगर गांव के राजमल पुत्र नेमीचंद मेवाड़ा ने भीलवाड़ा एसीबी प्रथम चौकी के एएसपी राजेश गुप्ता को शिकायत की कि बगड़ी नगर खसरा नंबर 1328 में उसकी खरीद सुदा जमीन है। इसी ग्राम के बाबूलाल घांची ने उस जमीन को खुद की बताते हुए कई बार मुकदमा कर चुका है, जिसमे सभी में उसके मुकदमे खारिज हो चुके हैं। कुछ दिनों पूर्व बाबूलाल ने अपंजीकृत दस्तावेजों के जरिये सोजत तहसील कार्यालय में उसकी भूमि होने का दावा कर उक्त जमीन का नामांतरण अपने पक्ष में करने का प्रार्थना पत्र पेश किया। परिवादी राजमल मेवाड़ा को इसका पता चलने पर उसने अपना प्रार्थना पत्र पेश कर बाबूलाल घांची के नाम जमीन का नामांतरण नहीं खोलने की बात कही।

इस पर परिवादी से सोजत तहसीलदार सत्यनारायण वर्मा ने अपने चालक दुर्गाराम पालीवाल के जरिये 15 हजार की रिश्वत मांगी। परिवादी की शिकायत पर मांग सत्यापन के दौरान तहसीलदार ने पांच हजार रुपए ले लिए। इस दौरान उन्होंने पूरा काम करने के लिए दस हजार रुपए की अतिरिक्त राशि मांगी थी। इस पर एसीबी ने अपना जाल बिछाते हुए परिवादी को दो-दो हजार के पांच नोट रंग लगे हुए देकर मंगलवार को तहसील कार्यालय में भेजा। जैसे ही परिवादी ने यह नोट तहसीलदार को थमाए तो कुछ ही देर बाद एसीबी की टीम ने तहसीलदार को रंगे हाथों पकड़ लिया।

 

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